
राजकिशोर
राजकिशोर - हिन्दी पत्रकारिता का जाना-माना नाम। अनेक वैचारिक पुस्तकों और एक उपन्यास के लेखक। 'आज के प्रश्न' पुस्तक श्रृंखला का सम्पादन प्रतिष्ठित स्तम्भकार। अरुण कुमार त्रिपाठी : डेढ दशक से पत्रकारिता और जनान्दोलनों में सक्रिय। दैनिक 'जनसत्ता' में लम्बे समय तक काम करने के बाद आजकल 'इंडियन एक्सप्रेस के वरिष्ठ संवाददाता। 'आज के नेता' श्रृंखला में कल्याण सिंह और मेधा पाटकर पर लिखी पुस्तकों के लेखक। वाणी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित 'आज के प्रश्न' श्रृंखला में नियमित योगदान। अरुण पांडेय : छात्र जीवन में राजनीतिक सक्रियता के बाद एक दशक से पत्रकारिता में सक्रिय। दैनिक 'राष्ट्रीय सहारा' हिन्दी के विशेष शनिवारीय परिशिष्ट 'हस्तक्षेप' के प्रभारी ‘आज के नेता’ श्रृंखला में ज्योति बसु पर किताब के लेखक। के.के. बिड़ला फ़ाउंडेशन शोधवृत्ति के तहत 'हमारा लोकतन्त्र और जानने का अधिकार' पर शोध कार्य, जो इसी नाम से वाणी प्रकाशन से पुस्तक रूप में प्रकाशित हुआ। आनंद प्रधान : बनारस न्दू विश्वविद्यालय में कई वर्षों तक छात्र राजनीति का नेतृत्व करने के बाद पिछले एक दशक से पत्रकारिय लेखन। 'प्रिंट मीडिया और आतंकवाद' विषय पर पीएच.डी. आर्थिक, राजनीतिक विषयों पर नियमित लेखन। दिलीप चौबे : बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से राजनीतिशास्त्र में नेपाल पर पीएच.डी. करने के बाद एक दशक से पत्रकारीय में सक्रिय। 'राष्ट्रीय सहारा' में विशेष संवाददाता। आतंकवाद और अफ़ग़ानिस्तान पर विशेष अध्ययन। बृज बिहारी चौबे : अर्थशास्त्र में एम.ए. करने के बाद सहारा सामाजिक अनुसन्धान प्रकोष्ठ में काम करने के बाद 'अमर उजाला कारोबार' से पत्रकारिता की शुरुआत। सम्प्रति दैनिक 'अमर उजाला' में वरिष्ठ उपसम्पादक। कई महत्त्वपूर्ण पुस्तकों का अनुवाद। अखिलेश सुमन : अंग्रेज़ी साहित्य में पीएच.डी. करने के बाद छात्र राजनीति में सक्रियता पाँच-छह वर्षों से 'राष्ट्रीय सहारा' में संवाददाता। अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान पर विशेष लेखन। कई महत्त्वपूर्ण लेखों का अनुवाद।