
चिरंजीव सिन्हा
चिरंजीव सिन्हा - मूल रूप से पटना निवासी चिरंजीव सिन्हा वर्तमान में लखनऊ में अपर पुलिस उपायुक्त हैं। हमारे आसपास जो घटित हो रहा है, उससे हम मुँह नहीं मोड़ सकते क्योंकि हार मानना कभी भी इन्सान की फ़ितरत नहीं रही है। उन चुनोतियों के बीच से एक ऐसा रास्ता बनाना, जो हमारी आत्मा को सुख दे, यही उनके लेखन का दृष्टिबोध है। सरल और सामान्य भाषा शैली का प्रयोग पाठकों को इनकी रचनाओं से अन्त तक बांधे रखता है। उनकी दो पुस्तकें अनुभूति और ज़िन्दगी की रेले रे को भारत के आमजन ने खूब प्यार दिया है। अनुभूति के लिए उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान ने इन्हें नरेश मेहता सर्जना पुरस्कार और ज़िन्दगी की रेले रे के लिए उ.प्र. राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान ने इन्हें डॉक्टर विद्यानिवास पुरस्कार दिया है। उनकी कहानियाँ अहा ज़िन्दगी, सरिता, गृहलक्ष्मी, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर, अमर उजाला में अक्सर प्रकाशित होती रहती हैं। ईमेल : chiranjeevstf@gmail.com मोबाइल : 9793391112