
जॉर्ज मैथ्यू
जॉर्ज मैथ्यू जॉर्ज मैथ्यू का जन्म 6 मई 1943 को केरल में हुआ था। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से उन्होंने पीएच. डी. की। उनके शोध कार्य का विषय था : धर्मनिरपेक्षीकरण और सम्प्रदायीकरण: केरल राज्य में अन्तर्विरोध और परिवर्तन : 1890-1980। वे 1981-82 में शिकागो विश्वविद्यालय के दक्षिण एशियाई अध्ययन केन्द्र में और 1988 में पडोवा विश्वविद्यालय में विज़िटिंग प्रोफ़ेसर रहे। ग्रीष्म 1991 में शिकागो विश्वविद्यालय में काम करने के लिए उन्हें फुलब्राइट वृत्ति प्रदान की गयी । उन्होंने 1968 से एशियाई देशों, उत्तर अमेरिका तथा पूर्वी एवं पश्चिमी यूरोप में धर्म और समाज, राजनीतिक प्रक्रिया और लोकतन्त्र एवं मानव अधिकारों पर विभिन्न अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलनों तथा परिसंवादों में हिस्सेदारी की और परचे पढ़े। राज्य और समाज के सुधी अध्येता डॉ. जॉर्ज मैथ्यू के अध्ययन और लेख राष्ट्रीय दैनिकों, पत्रिकाओं तथा पुस्तकों में प्रकाशित होते हैं। हिन्दी तथा अन्य भारतीय भाषाओं में भी उनके काम का अनुवाद प्रकाशित हो चुका है। उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं: कम्यूनल रोड टु अ सेक्यूलर केराला तथा पंचायती राज : फ्रॉम लेजिस्लेशन टु मूवमेंट। उनके द्वारा सम्पादित कृतियाँ हैं : डिग्निटी टु ऑल : एस्सेज इन सोशलिज्म एंड डेमोक्रेसी, पंचायती राज इन कर्नाटका टुडे : इट्स नेशनल डाइमेंशन्स, पंचायती राज इन जम्मू एंड कश्मीर तथा स्टेटस ऑफ़ पंचायती राज इन द स्टेट्स एंड यूनियन टेरिटरीज ऑफ़ इंडिया, 2000. डॉ. मैथ्यू इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइसेंज, नयी दिल्ली के संस्थापक निदेशक हैं। नागरिक अधिकार आन्दोलन में भी वे सक्रिय रहे हैं। सम्प्रति उनके शोध और अध्ययन कार्य का विषय है भारत में स्थानीय शासन प्रणाली, पंचायती राज तथा तृणमूल स्तरीय लोकतन्त्र । वे अनेक सामाजिक संस्थाओं से विभिन्न हैसियतों में सम्बद्ध हैं।