
प्रेमचन्द्र माहेश्वरी
प्रेमचन्द्र माहेश्वरी - जन्म : 22 मई, 1936; स्मृतिशेष : 2 जून, 1978 । बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न व्यक्तित्व के धनी । वाणी प्रकाशन की संस्थापना के पूर्व एक समादृत लेखक, निष्ठावान अध्यापक तथा संगठनकर्ता के रूप में ख्यात । 'प्रेम' महेश के नाम से रससिद्ध कविताओं का प्रणयन एवं प्रकाशन । सर्वप्रथम हस्तलिखित साहित्यिक पत्रिका एवं तदुपरान्त कई अज्ञात, अल्पज्ञात तथा विशिष्ट पत्र-पत्रिकाओं में नियमित लेखन । सहृदय साधक तथा विनम्र समाजसेवी के रूप में साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्थाओं के लिए सर्वस्व अर्पण करने वाले 'महेश' सच्ची मित्रता के प्रतीक और पर्याय ही नहीं, सचमुच अजातशत्रु थे। हिन्दी के प्रथम बाल उपन्यास हर्षवर्धन (रचनाकाल 1958) के लिए भारत सरकार से पुरस्कृत। इसी क्रम में सम्राट अशोक, चाणक्य और चन्द्रगुप्त, कलम और तलवार के धनी रहीम, काशी का जुलाहा कबीर, नर्मदा के तट पर तथा साहित्य संगम कृतियाँ प्रकाशित हुईं। श्री माहेश्वरी साहित्य-साधना को अपनी परम भागवती आस्था से जोगे या जुगाये रहे । अपने इष्टदेव भगवान राम के प्रति उनका समर्पित भक्ति योग-हिन्दी रामकाव्य का स्वरूप और विकास ज्ञान योग से जुड़ कर सार्थक और सारस्वत हो पाया ।