
Dakshineshwar Prasad Rai
संस्मरणों के इस संग्रह में अज्ञेय, निर्मल वर्मा, नागार्जुन, भवानी प्रसाद मिश्र, मन्मथनाथ गुप्त, कन्हैयालाल नंदन, निशांत केतु आदि हिंदी के दिग्गजों का योगदान तो है ही, इसमें नेपाल के लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित पहले प्रधानमंत्री बीपी कोइराला और प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक बासु भट्टाचार्य के संस्मरण भी शामिल हैं, जिन्होंने रेणु की कहानी मारे गए गुलफाम पर आधारित फिल्म तीसरी कसम का निर्देशन किया था।