
Bankimchandra
बंकिमचन्द्र चटर्जी बंगाली के प्रख्यात उपन्यासकार, कवि, गद्यकार और पत्रकार थे। बंगला साहित्य के माध्यम से भारतीय जनमानस तक पैठ बनाने वालों में बंकिमचन्द्र वह पहले साहित्यकार हैं, जिन्हें विश्वव्यापी ख्याति मिली।उनका पहला उपन्यास दुर्गेश नन्दिनी था। संस्कृत भाषा में प्रकाशित इस उपन्यास में अकबरयुगीन सामाजिक, राजनीतिक परिस्थितियों का सजीव चित्रण है। लेकिन उनका सर्वश्रेष्ठ उपन्यास है ― आनन्दमठ, जो तत्कालीन समय में देशभक्तों के गले का कण्ठहार था। इसमें देशभक्ति का ऐसा आदर्श था, जिससे प्रेरित होकर लाखों-करोड़ों नवयुवक देशभक्ति की राह पर निकल पड़े। इसी उपन्यास का एक गीत वंदे मातरम् भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के काल में क्रांतिकारियों का प्रेरणास्रोत बन गया था।