यह 'लल्लनटॉप कहानी कॉम्पिटिशन' के तीसरे संस्करण में सामने आयी 16 कहानियों की किताब है। कहानियों की दुनिया अजीब है और यह दुनिया सामने के सच को सूचना की तरह नहीं, कल्पनाशीलता के साथ सुनाने की माँग करती है। जब यह माँग किसी प्रतियोगिता से जुड़ जाती है, तब प्रसंग कुछ और खास हो जाता है। इस अर्थ में 'लल्लनटॉप कहानी कॉम्पिटिशन' अपनी तरह की एकमात्र साहित्यिक प्रतियोगिता है, जिसके नियम और पुरस्कार राशि दोनों ही 'कोई दूसरा नहीं' की शक्ल लिए हुए हैं। इस अनूठेपन में यह एक और अवसर है-कहानियों की आँच और चमक से रू-ब-रू होने का।
अविनाश मिश्र: 5 जनवरी 1986 को ग़ाज़ियाबाद में जन्म। शुरुआती शिक्षा और जीवन उत्तर प्रदेश के कानपुर में। आगे की पढ़ाई, लिखाई, संघर्ष और आजीविका के लिए साल 2004 से दिल्ली के आसपास रहनवारी और बीच-बीच में दिल्ली से दूर प्रवास। कविता, आलोचना और पत्रकारिता के इलाके़ में सक्रिय। कुछ प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में सेवाएँ दीं और लगभग सभी प्रतिष्ठित प्रकाशन माध्यमों पर रचनाएँ और साहित्यिक पत्रकारिता से सम्बन्धित काम प्रकाशित। ‘अज्ञातवास की कविताएँ’ शीर्षक से कविताओं की पहली किताब साहित्य अकादेमी से इस बरस ही छपकर आयी है। एक उपन्यास भी प्रकाशनाधीन। फ़िलहाल आलोचना की एक किताब पर काम और विश्व कविता और अन्य कलाओं की पत्रिका ‘सदानीरा’ का सम्पादन कर रहे हैं।
अविनाश मिश्र द्वारा संपादितAdd a review
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