यह भारतीय नवजागरण शृंखला पुस्तकमाला की पहली कड़ी है। इस शृंखला को डॉ. रवि रंजन ने दो खंडों में संपादित किया है। प्रस्तुत पुस्तक के केंद्र में दलित अध्ययन है।\n
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यह भारतीय नवजागरण शृंखला पुस्तकमाला की पहली कड़ी है। इस शृंखला को डॉ. रवि रंजन ने दो खंडों में संपादित किया है। प्रस्तुत पुस्तक के केंद्र में दलित अध्ययन है।\n
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