‘मैं इसलिए उपदेश देता हूं, क्योंकि आप और बाक़ी सभी प्राणी प्रसन्नता चाहते हैं, और दुःख से बचे रहना चाहते हैं। मैं जैसी स्थितियां हैं, वैसी ही शिक्षा देता हूं।’ -बुद्ध\n\nनिःस्संदेह, बुद्ध विश्व इतिहास में सबसे प्रभावशाली श़िख्सयतों में से एक हैं। 2500 साल पहले, इस असाधारण व्यक्ति ने बौद्ध धर्म की स्थापना की जिसमें उनकी सभी बहुमूल्य शिक्षाएं शामिल हैं। आज, बौद्ध धर्म मुख्य रूप से पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया में प्रचलित है और पश्चिम और विश्व स्तर पर भी इसका प्रभाव बढ़ रहा है।\n\nबौद्ध धर्म और इसके सिद्धांतों के गुणों के कारण कई महान नेतृत्वकताओं द्वारा इसकी प्रशंसा की गई है। भले ही बुद्ध ने स्वयं को कभी एक मार्गदर्शक नहीं माना, कभी लीडर बनने की आकांक्षा नहीं की, लेकिन फिर भी वह आज भी कई विश्वस्तरीय लीडरों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन का निरंतर स्रोत बने हुए हैं।\n\nयह पुस्तक बुद्ध की कई गहन और दार्शनिक, लेकिन व्यावहारिक शिक्षाओं और उन उपदेशों से भरी हुई है जिन्हें एक प्रभावी, कुशल और उत्कृष्ट लीडर बनने और जीवन में सच्ची सफलता प्राप्त करने के लिए अपनाया जा सकता है।
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