इस पुस्तक में महान कवि, जिन्हें महात्मा गांधी जी ने राष्ट्रकवि कहकर पुकारा था, उन मैथिलीशरण गुप्त जी की जीवन को बडे ही सरल शब्दो में उकेरा गया है। पुस्तक में अनेक सुंदर चित्रो के साथ-साथ अंत में एक प्रश्नोत्तरी भी है, जिससे की आप अपनी परीक्षा खुद ले सकें। यह पुस्तक बाल साहित्य श्रृंखला की एक उत्कृष्ट पुस्तक है।.
विराग गुप्ता, संविधानविद, पूर्व आईआरएस और साहित्यकार हैं। आप राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त मेमोरियल ट्रस्ट के राष्ट्रीय उपाघ्यक्ष हैं। ये दृष्टि संस्थान के निदेशक भी हैं। आपको कई सामाजिक एवं साहित्यिक पुरस्कार मिल चुके हैं।.
विराग गुप्ताAdd a review
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