इस कहानी संग्रह की 26 कहानियाँ भावों, दृश्यों और जीवन स्थितियों का एक सुंदर कोलाज बनाती हैं, जिसके इंद्रधनुषी रंग मन ही नहीं, आत्मा तक को छूने, भिगोने, अभिभूत करने और झकझोरने का काम करते हैं। इन कहानियों के पाठ का प्रभाव भी अपने-आप में अनूठा ही होता है। जहाँ “नवरात्र पूजा” संबंधों की मनोवैज्ञानिक गुत्थियों से मिलवाती है तो “एकदा एक्स” प्रेम के आयाम को बड़ा करने की कुंजी पेश करती है, वहीं “दो चाँद और तीन कहानियाँ” में कथाकार युवा मन की दुर्लभ थाह लेते हुए पाठक को अपने साथ गहराई तक ले जाता है। संजीदा पाठकों को दुष्यन्त के उजले-स्याह किरदारों और उनके बहुरंगी कारनामों में मानव सभ्यता के भविष्य की आहटें भी मिलती हैं। यही विविधता समकालीन भारतीय लेखकों में उनको विशिष्ट पहचान देती है।
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