यह पुस्तक मराठी के विख्यात कवि 'नामदेव ढसाल' की चयनित कविताओं का अनुवाद है। नामदेव ढसाल मराठी और भारतीय दलित कविता के सर्वाधिक व्यापक और प्रशस्त स्वर हैं। अपनी कविता के जरिये वे लगातार हमारे समाज और जीवन की निर्मम आलोचना और भर्त्सना करते हैं। इस संग्रह में नामदेव ढसाल के कवि पक्ष के नये नये रूप प्रकट हुए हैं, जो उनके सम्पूर्ण कवि व्यक्तित्व को प्रस्तुत करता है। मराठी से अनुवाद एवं इस पुस्तक का सम्पादन निशिकांत ठकार द्वारा किया गया है।
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