"सत्यकाम सोक्रेटीज़" नामक पुस्तक जो सीता राम गोयल जी द्वारा अनुवादित की गई है, एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो प्राचीन यूनानी दार्शनिक सोक्रेटीज़ के जीवन और विचारों पर आधारित है। इस पुस्तक में, ग्रंथकार ने सोक्रेटीज़ की विचारधारा, तत्त्व, और उनके दार्शनिक विचारों को समझाने का प्रयास किया है और उनकी विचारधारा को आधुनिक संदर्भ में व्याख्यान किया है।\n "सत्यकाम सोक्रेटीज़" एक गहरे अध्ययन और समीक्षा की प्रक्रिया है, जो हमें प्राचीन ग्रीक दार्शनिक सोक्रेटीज़ की धारा और महत्व को समझने में मदद करती है। यह पुस्तक हमें सोक्रेटीज़ के दार्शनिक विचारों की महत्ता और उनके जीवनशैली की गहराई को समझाती है और हमें उनके सोचने के तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करती है। "सत्यकाम सोक्रेटीज़" सीता राम गोयल जी की संदर्भमयी अनुवादन योग्यता की एक प्रमुख उपलब्धि है, जो उनकी गहरी विद्वता और साहित्यिक दक्षता को प्रमाणित करती है।
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