कविता और आलोचन के अलावा चन्द्रकांत पाटील ने कई साहित्यकारों तथा सांस्कृतिक क्षेत्र के कलाकारों पर आत्मीय संस्मरण लिखे हैं। ये संस्मरण इन व्यक्तित्वों के मात्र शब्दचित्र नहीं है, बल्कि पाटील जी इनमें से अधिकांश व्यक्तित्वों के साथ सीधे जुड़े हैं। अतः इन संस्मरणों में हमें एक आत्मीय स्पर्श भी महसूस होता है।
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CHANDRAKANT PATIL (TRANSL. GORAKH THORAT)Add a review
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