आज से करीब आठ सौ वर्ष पहले जन्मे रूमी ने धर्म, देश और काल की सभी बाधाओं को लांघ कर अपनी रुबाइयों और गुज़लों से। ऐसा सूफ़ीवाद फैलाया कि वे संसार के सभी देशों में, विशेषकर अमेरिका में, सबसे अधिक पढे । जाने वाले कवि माने जाते हैं। उनका सूफ़ियाना कलाम सैकड़ों वर्षों से लोकप्रिय है। उनके शब्दों ने विभिन्न संस्कृतियों वाले पाठकों के मन को एक समान छुआ है। आध्यात्मिक प्रेम के सहज अतिरेक और उसके वैभव से जितना समृद्ध हमें रूमी ने किया है, उतना और कोई नहीं कर सका है। प्रस्तुत संकलन में वे ही रचनाएँ चुनी गई हैं, जिनमें मौलिक रचनाओं का स्पंदन है तथा जो गहरे विवेक का सौन्दर्य और रसास्वादन हमें देती हैं।
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