वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सांख्यिकी एक वृहद विषय के रूप में स्थापित हो चुका है तथा इसके विभिन्न पाठ्यक्रमों (topics) पर उत्कृष्ट पुस्तकें उपलब्ध हैं। प्रस्तुत पुस्तक व्यावहारिक सांख्यिकी एक प्रारम्भिक अध्ययन' इसी परिपेक्ष्य में हिंदी भाषा में लिखी गयी एक पुस्तक है जिससे विषय वस्तु को समझने में अंग्रेजी की कम जानकारी से होने वाली कठनाई से कुछ राहत मिल सके। वैसे तो सांख्यिकी विषय मूल रूप से 'विज्ञान' के अंतर्गत आता है परन्तु अधिकतर लोग इसे एक 'वैज्ञानिक विधि (Scientific methodology) मानते हैं जिसका प्रयोग विभिन्न क्षेत्रों के आंकड़ों के संग्रह, विश्लेषण एवं उनसे निष्कर्ष प्राप्त करने के अध्ययन से संबंधित होता है। बहुत से लोग सांख्यिकी विषय को Theoretical Statistics तथा Applied Statistics जैसे दो भागों में वर्गीकृत करते हैं परन्तु सही अर्थों में देखा जाए तो ये दोनों वर्ग एक दूसरे के पूरक हैं। वैसे तो व्यावहारिक सांख्यिकी (Applied Statistics) अपने आप में एक वृहद् पाठ्यक्रम (Topic) है परन्तु वर्तमान पुस्तक में स्नातक स्तर पर पढ़ाये जाने वाले निम्न क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया है: 1. जनसंख्या अध्ययन (Population Studies) 2. सांख्यिकी गुणनियंत्रण (Statistical Quality Control) 3. सूचकांक (Index Number) 4. काल श्रेणी (Time Series) 5. शासकीय सांख्यिकी (Official Statistics)
Prof. R.C. Yadav is former Dean of Statistics Department at Banaras Hindu University, Varanasi. Dr. Brijesh Pratap Singh is Professor, Statistics Department at Banaras Hindu University, Varanasi. Dr. Abhay Kumar Tiwari is Professor, Statistics Department at Banaras Hindu University, Varanasi. Dr. Piyush Kant Rai is Professor, Statistics Department at Banaras Hindu University, Varanasi.
Prof. RC Yadav I Dr. Brijesh Pratap Singh I Dr. Abhay Kumar Tiwari I Dr. Piyush Kant RaiAdd a review
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