डॉ. नीलाक्षी फुकन

डॉ. नीलाक्षी फुकन

नीलाक्षी फुकन नीलाक्षी फुकन (नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी, अमेरिका) वर्तमान में एसोसिएट टीचिंग प्रोफेसर के रूप में अध्यापन कार्य कर रही हैं। डॉ. फुकन ने भारत के डॉ. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय (पूर्व में आगरा विश्वविद्यालय) से हिन्दी साहित्य व संस्कृति और भाषाविज्ञान जैसे विषयों में स्नातकोत्तर की डिग्रियाँ हासिल की हैं और उसी विश्वविद्यालय से पीएच.डी. की उपाधि भी प्राप्त की है और अब हिन्दी-उर्दू के भाषा साहित्य के साथ-साथ दक्षिण एशियाई साहित्य-संस्कृति का शिक्षण कार्य कर रही हैं। यूएनसी चैपेल हिल और यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो जैसे विश्वविद्यालयों में हिन्दी-उर्दू भाषा साहित्य के प्रशिक्षक और समन्वयक के रूप में सम्बद्ध रहीं। यूनिवर्सिटी ऑफ़ विस्कॉन्सिन - मैडिसन के समर लैंग्वेज इंस्टीट्यूट में एक वरिष्ठ व्याख्याता के रूप में भी हिन्दी भाषा और संस्कृति सिखाने का कार्य किया। दक्षिण एशियाई साहित्य-संस्कृति, बॉलीवुड की फ़िल्में, विश्वभर के लोक साहित्य, भाषाविज्ञान पर गहरी रुचि रखने के साथ-साथ आप यूएनसी ऑनलाइन के माध्यम से कई दूसरी यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को हिन्दी-उर्दू के पाठ्यक्रम उपलब्ध करा रही हैं। आपने अमेरिकन काउंसिल ऑन द टीचिंग ऑफ़ फॉरेन लैंग्वेजेज (ACTFL) के ओरल प्रोफिशिएंसी इंटरव्यू (OPI) टेस्टर के रूप में सर्टिफिकेशन हासिल किया है। एनसी स्टेट यूनिवर्सिटी के 'प्रोजेक्ट गोल्ड' - नेतृत्व विकास व वैश्विक अवसर के तहत 'यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ आर्मी फोर्ट ब्रेग' के सैन्यकर्मियों को गहन उर्दू भाषा साहित्य का पाठ्यक्रम प्रदान किया है। आपने भाषा साहित्य की शिक्षण प्रणाली में आधुनिक टेकनॉलोजी का इस्तेमाल कर कई प्रौद्योगिकी सम्बन्धित परियोजनाओं को डिजाइन किया है, जैसे 3डी प्रिंटिंग, ग्रीन स्क्रीन, 360 डिग्री विजुअलाइजेशन लैब प्रेजेंटेशन और वर्चुअल रियलिटी मॉड्यूल्स आदि जिनके ज़रिये यह साबित किया है कि कैसे भाषा साहित्य व संस्कृति की कक्षाओं को कम्प्यूटर विज्ञान, इंजीनियरिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग और अन्य स्टेम (STEM) सम्बन्धी विषयों के साथ एकीकृत किया जा सकता है और आधुनिक विद्यार्थियों व शिक्षकों का ध्यान इस स्टेम- संयोजन शिक्षण व अधिग्रहण प्रक्रिया के प्रति आकर्षित किया जा सकता है। आपने हिन्दी से असमिया भाषा में अनुवादित दो पुस्तकें, कुन खन आपुन भूमि और शिशुर श्रेष्ठ गल्प लिखी हैं। असमिया भाषा से अंग्रेज़ी में अनुवादित पुस्तक, ग्रैंडमदर टेल्स की मुख्य सम्पादिका भी रही हैं। आपके द्वारा रचित लेख, आलोचनाएँ, विचार-विमर्श, लघु कथाएँ, यात्रा-वृत्तान्त और कविताएँ विभिन्न राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय समाचार-पत्रों और पत्रिकाओं में प्रकाशित होती आयी हैं। इन दिनों अपने पति और दो पुत्रों के साथ नॉर्थ कौरोलिना के मारीसबिल शहर में रहती हैं।

Books from the Author

Subscribe to Padhega India Newsletter!

Step into a world of stories, offers, and exclusive book buzz- right in your inbox! ✨

Subscribe to our newsletter today and never miss out on the magic of books, special deals, and insider updates. Let’s keep your reading journey inspired! 🌟