
कर्नल गौतम राजऋषि
टॉल-डार्क हैंडसम ... ऊंहूँ... नॉट सो टॉल और नॉट सो डार्क, लेकिन निश्चित रूप से 'हैंडसम' यह शायर-लेखक खुद को पहले एक 'सोल्जर' मानता है और फिर बाद में पिता-बेटा-भाई-पति-दोस्त। लेखक होना इन सबके बाद... बहुत बाद आता है। अपने हट कर के कही जाने वाली ग़ज़लों के लिए मशहूर कर्नल साब जब मूड में आते हैं तो खूबसूरत कहानियाँ भी बुनते हैं। उनकी कहानियाँ लगातार हिंदी की प्रतिष्ठित पत्र-पलिकाओं में छपती रहती हैं। वह शायर और लेखक ही नहीं, बल्कि सेना मैडल से समानित बहादुर फौजी भी हैं। अब तक उनकी तीन किताबे छप चुकी हैं, लेकिन उपन्यास यह पहला है।